(समाज वीकली)
– विद्या भूषण रावत
फरीदाबाद मे निकिता तोमर की अपने कालेज के सामने हुई हत्या को मिडिया ने लव जेहाद का नाम दे दिया क्योंकि हत्यारा तौसीफ नाम का यूवक है लेकिन हकिकत यह है के पूरा माम्ला हमारे समाज मे व्याप्त महिला विरोधी चरित्र का पर्दाफास करता है क्योंकि हम स्त्रियो को अप्ने बारे मे सोचने और स्वयम निर्णय लेने का भी अधिकार नही देना चहते. एक्तरफा प्यार और फिर लडकी द्वारा अस्वीकार कर दिये जाने से पुरुष अहम पर जो चोट पहुंचती है उसकी परिणिति या तो आत्महत्या मे या हत्या मे होती है जो बेहद खतरनाक है. आज ये बात हमारे समाज मे युवाओ मे जाना जरूरी है के प्यार मे असफल्ता या किसी की द्वारा अस्वीकार कर दिया जाना जीवन का अंत नही है . जिंदगी मे बहुत से काम करने के लिये और एक चोट या असफलता हमे जीवन मे आगे और बेहतरी से काम करने को प्रेरित करनी चाहिये.
पूरे प्रकरण पर मेरे विचार.