प्रशिक्षकों का रेलवे में समायोजन व पुरानी मांगों को लेकर आर.सी.एफ मैंनस यूनियन ने किया जोरदार प्रदर्शन

कैपशन- प्रशिक्षकों का रेलवे में समायोजन व पुरानी मांगों को लेकर आर.सी.एफ मैंनस यूनियन द्वारा किये जोरदार प्रदर्शन का दृश्य

हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)- ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग में लिए गए फैसले के अनुसार ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर पूरी भारतीय रेलवे में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षकों का रेलवे में समायोजन के लिए व पुरानी मांगों को लेकरआरसीएफ मेंस यूनियन ने सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ फैक्ट्री गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया सरकार द्वारा निगमीकरण निजी करण और डीए फ्रिज आउटसोर्सिंग नाइट ड्यूटी एलाउंस को बंद करना 13 सूत्रीय केंद्रीय कर्मचारियों की मांगे ना मानने का जोरदार विरोध किया केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर श्रम कानूनों में सिरे से बदलाव देश के बड़े बड़े उद्योगों को कौड़ी के भाव बेचना श्रम- कानून उद्योगपतियों के हितों के लिए बनाना/ निगमीकरण/ निजीकरण के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर आर सी एफ मेंस यूनियन ने सुबह 7:00 से 7:50 तक फैक्ट्री गेट के भीम राव अंबेडकर चौक पर एक विशाल गेट रैली का आयोजन किया ।

अपने हक के लिए जारी संघर्ष में गेट रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के नेताओं की अगुवाई में कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ भारत सरकार, रेल मंत्रालय ,वित्त मंत्रालय, के विरुद्ध नारेबाजी की गई। रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के प्रधान राजवीर शर्मा ने व वर्किंग प्रेसिडेंट श्री तालिब मोहम्मद ने कहा कि कोविड-19 जैसी आपदा को अवसर में बदलते हुए वर्तमान केंद्रीय सरकार कर्मचारियों के विरुद्ध मनमर्जी से फैसले लिए जा रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे भारत सरकार द्वारा श्रम संगठनों के प्रबल विरोध के बावजूद संसद द्वारा चार लेबर कोड पारित किए जाने का डटकर विरोध किया उन्होंने भारत सरकार एवं रेलवे मंत्रालय से केंद्रीय कर्मचारियों के फ्रिज किए गए महंगाई भत्ते को तुरंत रिलीज करने की मांग की व अपनी एकता बनाने की अपील की।

गेट रैली को संबोधित करते हुए यूनियन के महासचिव श्री जसवंत सिंह सैनी ने कहा कि रेलवे में खाली पड़े पदों को अप्रेंटिस किए हुए युवाओं से जल्द से जल्द भरा जाए व आरसीएफ में चल रही अप्लाई एंड सप्लाई को तुरंत रोका जाए भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां के कारण आज कर्मचारियों का भविष्य दांव पर लग गया है क्योंकि केंद्र सरकार आज सभी केंद्रीय उद्योग जिसमें रेलवे ,बैंकिंग , बीमा, वह देश के सभी पब्लिक सेक्टर जोकि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाली इकाइयों है को कारपोरेट घरानों के हाथों औने पौने दामों में बेचने की घिनौनी साजिश रच रही है

उन्होंने आगे कहा कि न्यू पेंशन स्कीम को खत्म करके गारंटीड पेंशन स्कीम को लागू करना चाहिए व एफ आर 56 का दुरुपयोग कर सरकारी कर्मचारी को प्रताड़ित करके एआईआरएफ के विरोध के बावजूद निजी करण और निगमीकरण की नीति को जोर-शोर से लागू करने का विरोध किया इतना ही नहीं अब तो केंद्र सरकार की नजर भारतीय किसानों की जमीनों के ऊपर भी है । जिसके परिणाम स्वरूप वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को जबरदस्ती किसानों के ऊपर थोपा जा रहा है जिससे केवल किसान ही नहीं बल्कि आम जनमानस, मज़दूर, गरीब वर्ग बुरी तरीके से प्रभावित होंगे।

भारी संख्या में आए युवा साथियों को उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि सभी प्रकार के कर्मचारी, मजदूर वर्ग ,किसान एवं बेरोजगार युवा वर्तमान सरकार की मजदूर मारू नीतियों का विरोध करने के लिए एकजुट हो जाएं। उन्होंने बताया की भारत सरकार के मंसूबे कर्मचारियों के प्रति कितने खराब है फिक्स्ड ट्रम, एंप्लॉयमेंट बोनस एक्ट खत्म, जैसे कर्मचारियों के काम करने के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने की साजिश रचने की योजना हो रही है जिसको कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कहा कि आज सभी कर्मचारियों को एवं मजदूर वर्ग, किसान , बेरोजगार युवा जो पूरी तरह से गलत नीतियों से त्रस्त है उनको एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे होकर अपनी एकता का प्रदर्शन करके सोई हुई भारत सरकार को जगाना होगा ।अंत में रैली में शामिल सभी कर्मठ आरसीएफ कर्मचारियों का श्री राजेंद्र सिंह जोनल सचिव ने हार्दिक आभार एवं अभिनंदन व्यक्त किया।

इस मौके पर भारी संख्या में लोग ने डट कर नारेबाजी की जिन में प्रमुख रूप से उपस्थित यूनियन के नवीन कुमार सैनी खजांची, सुरजीत सिंह जीता ,विजय कुमार छिंदरपाल राकेश कुमार रमनदीप सिंह सुखदेव सिंह हरप्रीत सिंह ,नवीन, शेर सिंह परमजीत सिंह प्रभजोत चीमा, कमलजीत सिंह, अरविंद कुमार, जसविंदर सिंह सिंह ,ऋषि पाल सुखदीप सिंह बाजवा, इंद्रजीत रुपवाली, राजेश नैयर सुरजीत सिंह व युवा नेता नरेश कुमार, आशुतोष कुमार,रविंद्र कुमार , इंदरजीत सिंह , राजेंद्र कुमार लखविंदर सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

Previous articleਕੋਰੋਨਾ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਨਿਜਾਤ ਪਾਉਣ ਉਪਰੰਤ ਸੱਜਣ ਸਿੰਘ ਗੁ: ਸ਼੍ਰੀ ਬੇਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਹੋਏ ਨਤਮਸਤਕ
Next articleਪੱਤਰਕਾਰੀ ਕਿੰਨੀ ਸੱਚ ਕਿੰਨੀ ਝੂਠ