दिसंबर माह में सर्वाधिक मासिक उत्पादन का कीर्तिमान
हुसैनपुर (समाज वीकली) (कौड़ा)- रेल कोच फैक्टरी, लगातार रेल डिब्बों के उत्पादन में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।
आर सी एफ ने दिसंबर 2020 में एल एच बी कोचों के कुल उत्पादन और प्रतिदिन उत्पादन दर में रिकार्ड वृद्धि दर्ज की है । इस महीने आर सी एफ ने 5.92 की एवरेज प्रतिदिन उत्पादन दर से 154 रेल डिब्बें का निर्माण किया। नवंबर में आर सी एफ ने 124 डिब्बों का निर्माण कर 5.9 की एवरेज प्रतिदिन उत्पादन दर प्राप्त की थी। जबकि अक्तूबर 2020 में 5.88 कोचों की एवरेज प्रतिदिन उत्पादन दर से 147 डिब्बें का निर्माण किया था। इस वित्तीय वर्ष के सितंबर महीने में आर सी एफ ने 152 डिब्बों का निर्माण किया जोकि दिसंबर से पहले अधिकतम उत्पादन था ।
दिसंबर महीने में निर्मित 154 डिब्बों में इनमें ने 24 टन के भार की ढुलाई क्षमता और 130 किमी प्रति घंटे की रफतार से चलने वाले 50 पार्सल कोच तथा 46 ए सी कोच शामिल हैं जोकि किसी भी महीने में आर सी एफ का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन है ।
इस वित्तीय वर्ष 2020 -21 के पहले 9 महीनों में आर सी एफ ने 1029 रेल डिब्बों का निर्माण कर एक उललेखनीय उपलब्धि प्राप्ति की है। इनमें 292 पार्सल वैन और 251 ए सी डिब्बे शामिल हैं।
आर सी एफ द्वारा प्रति माह उत्पादन और प्रतिदिन एवरेज उत्पादन में रिकार्ड प्राप्ति पर महाप्रबन्धक श्री रवीन्द्र गुप्ता ने समस्त कर्मचारियों और अधिकारियों का बधाई दी। उन्होंने कहा कि आर सी एफ ने कोविड के फैलाव के बीच सकारात्मक रूख अपनाते हुए अपने उत्पादन तंत्र को अनुकूलित कर पूरी प्रतिबद्धता और निष्ठा से फैक्टरी में उत्पादन कार्य 23.04.2020 से शुरू किया और अपने उत्पादन को एक नये स्तर तक बढ़ाया । महामारी के बावजूद उत्पादकता में यह वृद्धि आर सी एफ परिवार की दृढ़ता और समर्पण को दर्शाती है। दिलचस्प बात यह है कि कोविड काल में मैनपावर और सामान की सप्लाई चेन के कम हुये संसाधनों की परवाह किए बिना 5.92 की एवरेज प्रतिदिन कोच उत्पादन दर प्राप्त की जोकि आर सी एफ के इतिहास में सबसे ज्यादा है । इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं ।
नव वर्ष पर समस्त आर सी एफ परिवार को बधाई देते हुए उन्होंने ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि आर सी एफ परिवार वर्ष 2021 को भारतीय रेल के इतिहास में एक स्वर्णिम पन्ना बनायेगा । 2021 वर्ष में अनेकों नए उत्पाद जैसे 3 फेज मेमु, ऐ सी थ्री टियर इकॉनमी क्लास इत्यादि का निर्माण होगा जो की उत्पादों की लड़ी में महत्वपूर्ण कोच माने जायेंगे ।